Khabri Chai Desk : जेल में बंद कैदियों से उगाही और प्रताड़ना का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी रमेश कांत ने अंबिकापुर जेल अफसरों की लगातार वसूली और अत्याचार से तंग आकर बिलासपुर में सेनेटाइजर पीकर आत्महत्या की कोशिश की। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

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रमेश कांत मस्तूरी निवासी है और हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है। उसकी पत्नी अमरिका बाई ने शिकायत में आरोप लगाया है कि अंबिकापुर जेल में कैदियों से रिश्वत मांगी जाती है, और पैसे न देने पर मारपीट व जातिगत गालियां दी जाती हैं। कुछ दिन पहले इलाज के दौरान अस्पताल से फरार हुए रमेश कांत ने मंगलवार को बिलासपुर कलेक्टर के समक्ष सरेंडर किया था।
सिविल लाइन पुलिस ने उसे जेल भेजा, लेकिन वहां अफसरों ने लेने से इनकार कर दिया, जिसके चलते वह थाने और जेल के बीच भटकता रहा। अगले दिन अंबिकापुर पुलिस के पहुंचने पर दोबारा जेल भेजे जाने के डर से उसने सेनेटाइजर पी लिया। परिवार ने उसे तत्काल सिम्स में भर्ती कराया। यह मामला जेलों में कैदियों के साथ होने वाले अमानवीय बर्ताव पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
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