Khabri Chai Desk : महासमुंद के इमली भाठा की रहने वाली गायत्री देवांगन एक जागरूक गृहिणी हैं, जिन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपने परिवार को सशक्त बनाने की दिशा में सराहनीय कदम उठाए हैं। गायत्री ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत पहली बार माँ बनने पर 5,000 रुपये की सहायता प्राप्त की, जिससे उन्होंने गर्भावस्था के दौरान पोषण और स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की। दूसरी बार गर्भधारण पर राज्य सरकार की कौशल्या मातृत्व सहायता योजना के तहत उन्हें 6,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता मिली, जिससे परिवार को आर्थिक राहत मिली। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत गायत्री को हर माह 1,000 रुपये की सहायता मिल रही है, जिसका उपयोग वे बच्चों की पढ़ाई और रसोई खर्च में करती हैं।

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गायत्री ने नोनी सुरक्षा योजना का लाभ लेकर अपनी दोनों बेटियों के भविष्य को सुरक्षित किया। इस योजना के तहत बच्चियों के नाम पर हर साल 5,000 रुपये की राशि 5 वर्षों तक जमा की गई है। 18 वर्ष की आयु में बेटियों को एक-एक लाख रुपये मिलेंगे, जिससे उनकी शिक्षा और आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा।गायत्री के पति वेल्डर हैं और आय सीमित है, फिर भी गायत्री ने आंगनबाड़ी से जुड़कर न केवल पोषण और स्वास्थ्य की जानकारी ली, बल्कि अन्य महिलाओं को भी योजनाओं के लाभ के प्रति जागरूक किया। वे मानती हैं कि अगर योजनाओं की सही जानकारी हो, तो कोई भी कठिनाई बड़ी नहीं लगती।महासमुंद जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार अब तक 20,357 महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत 10.17 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
