Khabri Chai Desk : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक गंभीर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें शंकर नगर के चिकित्सक डॉ. बी. बालाकृष्णा ने मनोज चांवला, उनकी पत्नी खुशबू चांवला और परिवार के अन्य सदस्यों पर 1.5 करोड़ रुपये गबन करने और अमानत में खयानत करने का आरोप लगाया है। इस मामले में सिविल लाइंस थाने में धारा 409, 120 बी और 34 भादवि के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। डॉ. बालाकृष्णा ने बताया कि मनोज चांवला और उनका परिवार उनके क्लीनिक “एडवांस चेस्ट सेंटर” में इलाज के लिए आते थे। धीरे-धीरे उनका परिचय बढ़ा और मनोज चांवला तथा परिवार ने क्लीनिक की फार्मेसी और लैबोरेटरी के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालने की पेशकश की। भरोसे के चलते डॉ. बालाकृष्णा ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी और व्यवसाय बढ़ाने में सहयोग भी मिला।
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डॉ. बालाकृष्णा ने बताया कि उन्होंने अपने क्लीनिक को बड़े अस्पताल में बदलने की योजना बनाई थी, जिसके लिए भारी धनराशि की जरूरत थी। इस योजना में मनोज चांवला और परिवार ने ट्रेडिंग व्यवसाय में निवेश करने का सुझाव दिया और 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि किस्तों में उन्हें सौंप दी। बाद में जब डॉ. बालाकृष्णा ने पैसे वापस मांगे तो मनोज चांवला और परिवार ने मना कर दिया। उनके अनुसार मनोज परिवार ने 1 करोड़ रुपये लौटाने का वादा किया था, जिसमें 10 चेक दिए गए, लेकिन जांच में पता चला कि मनोज के खाते में पर्याप्त धनराशि नहीं थी और चेक धोखा देने के लिए दिए गए थे। मनोज और परिवार ने अब तक 1.5 करोड़ रुपये वापस करने से इंकार किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
