Khabri Chai Desk : छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के खरोरा इलाके में स्थित मोजो मशरूम फैक्ट्री से 97 मजदूरों को बंधक हालत में रेस्क्यू किया गया। इनमें महिलाएं, पुरुष और नाबालिग बच्चे शामिल थे। मजदूरों का आरोप है कि उन्हें जबरन फैक्ट्री के अंदर बंद कर 16 से 18 घंटे तक काम कराया जाता था। विरोध करने पर मारपीट होती थी और महीनों से वेतन भी नहीं दिया गया। फैक्ट्री में बाहर से आए मजदूरों को परिसर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी, जबकि स्थानीय मजदूर आ-जा सकते थे।
3 जुलाई को मजदूरों ने SSP कार्यालय में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने अब तक FIR दर्ज नहीं की। SSP डॉ. लाल उमेद सिंह का कहना है कि श्रम विभाग और बाल श्रम आयोग की रिपोर्ट के बाद ही कार्रवाई होगी। 10 जुलाई को महिला एवं बाल विकास विभाग ने फैक्ट्री पर रेड कर 97 मजदूरों को रेस्क्यू किया।
फैक्ट्री की ऊंची दीवारें, बंद दरवाजे और गार्ड तैनाती इसकी गोपनीयता और सख्ती को दर्शाती हैं। स्थानीय दुकानदारों और लोगों ने भी अंदर से मारपीट की आवाजें आने की पुष्टि की है। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और ग्रामीणों ने फैक्ट्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।मजदूरों को यूपी, बिहार और झारखंड से काम के बहाने लाया गया था, लेकिन उन्हें अमानवीय स्थितियों में रखा गया। अब भी पीड़ितों को न्याय मिलने की राह अधूरी है, क्योंकि अब तक कोई ठोस कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है।
