Khabri Chai Desk : जशपुर जिले की रहने वाली 13 और 16 साल की दो बच्चियों को पढ़ाई का लालच देकर कथित रिश्तेदार पुलिसकर्मी बिलासपुर के सिरगिट्टी क्षेत्र के तिफरा पुलिस क्वार्टर में लाए। यहां उन्हें नौकरानी की तरह रखा गया और उनसे झाड़ू-पोंछा, बर्तन और अन्य घरेलू काम करवाया गया। काम न करने पर उन्हें डांट-फटकार और मारपीट का सामना करना पड़ता था।
पुलिसकर्मी सुधीर कुजूर और अरुण लकड़ा पर आरोप है कि उन्होंने बच्चियों को करीब छह महीने तक बंधक बनाकर रखा। रविवार रात किसी तरह दोनों बच्चियां वहां से भाग निकलीं और तोरवा थाना क्षेत्र के लालखदान इलाके में पहुंचीं। जब वे एक मोबाइल दुकान के पास रोती हुई दिखीं, तो लोगों ने उन्हें रोका और पूछताछ की।
https://khabrichai.com/1737-2bilaspur-dharamantaran-prarthana-sabha-illegal-church-fir/बिलासपुर में अवैध चर्च का खुलासा: प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण, महिला शिक्षक और बेटे पर FIR
बच्चियों की आपबीती सुनने के बाद लोगों ने तुरंत तोरवा पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्चियों को अपने संरक्षण में लिया और सखी सेंटर भेजा, जहां उन्हें सुरक्षा दी जा रही है।पुलिस ने उनके परिजनों को भी जानकारी दी है और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) के सामने दोनों बच्चियों का बयान दर्ज कराया जाएगा। बयान के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि बाल श्रमिकों और नाबालिगों की तस्करी जैसी घटनाएं अब भी समाज में गंभीर समस्या बनी हुई हैं।
