वृक्षासन: शरीर और मन के लिए संतुलनकारी योग जानिए कैसे ?

Khabri Chai Desk : रोजाना योग करने से शरीर में संतुलन, मानसिक एकाग्रता और शारीरिक स्थिरता आती है। इनमें से एक महत्वपूर्ण योगासन है वृक्षासन, जो शरीर को पेड़ की तरह स्थिर और संतुलित बनाता है। यह आसन खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी है, जो मानसिक तनाव, ध्यान की कमी और शारीरिक अस्थिरता से जूझ रहे हैं।
‘वृक्ष’ शब्द का अर्थ है ‘पेड़’। इस आसन की अंतिम अवस्था में शरीर का रूप पेड़ की तरह स्थिर हो जाता है। नियमित अभ्यास से ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है, रक्त परिसंचरण सुधारता है और पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है। आयुष मंत्रालय के अनुसार, वृक्षासन पैरों, घुटनों और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है, तनाव कम करता है और सहनशीलता, धैर्य व आंतरिक शांति बढ़ाता है।

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वृक्षासन करने के लिए योगा मैट पर सीधे खड़े हों, दाहिने पैर को बाईं जांघ पर रखें और हाथों को सिर के ऊपर नमस्ते मुद्रा में लाएं। शुरुआत में संतुलन बनाए रखना मुश्किल हो सकता है, इसलिए दीवार का सहारा लिया जा सकता है। पहले 15-30 सेकंड तक इसे करें और धीरे-धीरे 1 मिनट तक बढ़ाएं। अभ्यास के दौरान गहरी और स्थिर सांस लें। स्वास्थ्य संबंधी किसी समस्या की स्थिति में इसे शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।

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Author: Khabri Chai

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