छत्तीसगढ़ में एक दशक से भी ज़्यादा समय बाद राज्य बार काउंसिल का चुनाव होने जा रहा है। 30 सितंबर को होने वाले इस अहम चुनाव में करीब 25,000 अधिवक्ता अपने-अपने जिला मुख्यालयों में मतदान करेंगे। इस प्रक्रिया के तहत काउंसिल के 25 नए सदस्य चुने जाएंगे।
इस बार नई मतदाता सूची तैयार की जा रही है, जिसमें अब तक 19,228 वकीलों का नाम दर्ज हो चुका है। नए पंजीकरण कराने वाले अधिवक्ताओं को अपनी शैक्षणिक योग्यता के दस्तावेज जैसे 10वीं, 12वीं, स्नातक व विधि डिग्री की मार्कशीट, बार परीक्षा पास प्रमाण पत्र, पहचान पत्र की फोटो कॉपी, और दो पासपोर्ट साइज़ फोटो अपने जिले के बार काउंसिल कार्यालय में जमा करने होंगे।
चुनाव की प्रक्रिया इस बार पहले से तय की जा चुकी है। सभी उम्मीदवारों के नाम एक ही मतपत्र में होंगे, और वकीलों को अपनी पसंद के अनुसार 1 से 25 तक क्रम में नंबर देने होंगे। जिन उम्मीदवारों को सबसे अधिक अंक मिलेंगे, वे काउंसिल के सदस्य चुने जाएंगे।
चयनित 25 सदस्य आपसी सहमति से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष सहित अन्य महत्वपूर्ण पदों के लिए चुनाव करेंगे। राज्य बार काउंसिल का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है, हालांकि ढाई साल के बाद पदाधिकारियों में बदलाव भी किया जा सकता है।
राज्य गठन के बाद यह चौथा बार काउंसिल चुनाव होगा। पिछला चुनाव 2014 में संपन्न हुआ था। इसके बाद कोविड महामारी और कुछ कानूनी अड़चनों के चलते चुनाव टलते रहे। अब हाईकोर्ट के निर्देश पर चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है
