रायपुर: नई दिल्ली में भारत सरकार के माननीय कैबिनेट मंत्री, प्रल्हाद वेंकटेश जोशी जी (नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय-एमएनआरआई) और क्रेडा के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी, सी.ई.ओ. राजेश सिंह राणा के बीच छत्तीसगढ़ से संबंधित सौर ऊर्जा योजनाओं के क्रियान्वयन पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में क्रेडा द्वारा राज्य में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में चल रहे विभिन्न प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा प्रधानमंत्री कुसुम योजना के कंपोनेंट “बी” के तहत किसानों के लिए 20,000 सोलर पंप की स्वीकृति की गई। साथ ही, कंपोनेंट “ए” और “सी” के संबंध में केंद्रीय मंत्री को एक आग्रह पत्र भी सौंपा गया।
बैठक में निम्नलिखित महत्वपूर्ण योजनाओं पर भी चर्चा की गई:
-
प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पी.एम. जनमन) योजना के तहत 1578 घरों के सौर विद्युतीकरण के लिए राशि की स्वीकृति।
-
ग्राम तातापानी, जिला बलरामपुर में जियोथर्मल पावर प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन।
-
छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्टेडियमों में ऑनग्रिड सोलर पावर प्लांट की स्थापना।
-
धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान (DA-JGUA) के तहत घरों के सौर विद्युतीकरण।
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद वेंकटेश जोशी ने इन सभी योजनाओं पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए निर्णय लेने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर एम.एन.आर.ई. के वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
यह बैठक छत्तीसगढ़ में सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए राज्य और केंद्र सरकार के बीच एक मजबूत सहयोग का परिचायक है और यह सुनिश्चित करेगी कि राज्य के पुनर्नवीनीकरण ऊर्जा लक्ष्य प्राप्त किए जा सकें।
