Khabri Chai Desk : धमतरी शहर इन दिनों कला, स्वच्छता और संस्कृति के अनोखे संयोजन से नई पहचान बना रहा है। जिला प्रशासन और नगर पालिका निगम द्वारा शुरू किए गए अनोखे अभियान ‘चमकारी – अपनी कला का करे प्रदर्शन और अपने शहर को सुंदर बनाए’ ने शहर के युवाओं, कलाकारों और विद्यार्थियों में नई ऊर्जा भर दी है। अभियान का उद्देश्य सिर्फ प्रतियोगिता आयोजित करना नहीं, बल्कि नागरिकों में स्वच्छता, सौंदर्यीकरण और सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा देना है।
अभियान की शुरुआत के बाद शहर की सूरत तेजी से बदलती नज़र आ रही है। सरकारी भवनों, स्कूलों, पार्कों और मुख्य चौक–चौराहों की दीवारें अब लोककला, छत्तीसगढ़ी संस्कृति, देवी–देवताओं, पशु-पक्षियों और जनजातीय कला से सजी हुई हैं। दीवार चित्रकारी ने शहर को रंगों से भर दिया है और लोगों के व्यवहार में भी सकारात्मक बदलाव दिखाई दे रहा है—जहाँ पहले लोग कूड़ा फेंक देते थे, वहीं अब नागरिक स्वच्छता को लेकर जागरूक हो रहे हैं।
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अभियान की सफलता में कलेक्टर अबिनाश मिश्रा की अहम भूमिका रही है। वे कलाकारों को प्रोत्साहित करते हुए उत्कृष्ट पेंटिंग बनाने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित भी कर रहे हैं, जिससे और युवा इस पहल से जुड़ रहे हैं। साथ ही जिला प्रशासन धमतरी की प्राकृतिक धरोहरों—गंगरेल डेम, झरने, जंगल और पहाड़ों—को इको-टूरिज्म और एडवेंचर टूरिज्म के केंद्र के रूप में विकसित कर रहा है। इससे धमतरी पर्यटन मानचित्र पर उभर रहा है और रोजगार के नए अवसर भी बढ़ रहे हैं।
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