मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता पर निगरानी

Khabri Chai Desk : पीएम पोषण निर्माण योजना अंतर्गत जिले की सभी मध्यान्ह भोजन संचालित शालाओं में सुव्यवस्थित संचालन सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर दीपक सोनी ने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य किया गया है तथा लापरवाही बरतने पर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। निर्देशों के अनुसार, मध्यान्ह भोजन में उपयोग होने वाले बर्तनों, खाद्य सामग्री, किचन शेड एवं भण्डार कक्ष की नियमित सफाई अनिवार्य होगी। सप्ताह में दो बार किचन शेड के आसपास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, किचन शेड को चारों ओर से जालीदार तारों से घेरना होगा, ताकि आवारा जानवर, मकड़ी या छिपकली आदि अंदर न घुस सकें।
मध्यान भोजन करते बच्चे

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भोजन बनाने से पूर्व अनाज, दाल और मौसमी सब्जियों की अच्छी तरह सफाई और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। भोजन वितरण से पहले प्रधानपाठक या शिक्षक बच्चों को साबुन से हाथ धुलवाना सुनिश्चित करेंगे।
हर दिन प्रधानपाठक या मध्यान्ह भोजन प्रभारी शिक्षक को भोजन की गुणवत्ता का सतत अवलोकन करना होगा। यदि किसी स्वसहायता समूह द्वारा गुणवत्तायुक्त भोजन उपलब्ध नहीं कराया जाता है, तो संबंधित विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को जानकारी देकर उचित कार्रवाई की जाएगी।साथ ही, भोजन निगरानी में पालकों की सहभागिता को भी आवश्यक बताया गया है, जिससे पारदर्शिता और गुणवत्ता दोनों सुनिश्चित हो सकें।
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Author: Khabri Chai

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