रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण (क्रेड़ा) को नया नेतृत्व मिलते ही विकास की रफ्तार तेज हो गई है। 6 अप्रैल को भूपेंद्र सवन्नी ने क्रेड़ा के अध्यक्ष पद की शपथ ली और पदभार ग्रहण करते ही पहले दिन 50 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश को गति देने का ऐलान कर दिया।
पदभार ग्रहण के अगले ही दिन 7 अप्रैल को रायपुर स्थित क्रेड़ा मुख्यालय में आयोजित परिचयात्मक और समीक्षा बैठक में सवन्नी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि क्रेड़ा की सभी योजनाएं तय समय सीमा में, गुणवत्ता के साथ और पूरी पारदर्शिता के साथ पूर्ण की जाएं, जिससे आमजन को अधिकतम लाभ मिल सके।
इस बैठक में विभाग के सीईओ, मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, ज़ोनल हेड्स और सभी जिलों के प्रभारी अधिकारी शामिल हुए। भूपेंद्र सवन्नी ने कहा कि विशेष रूप से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की प्राथमिकताओं को ज़मीन पर उतारने की दिशा में ठोस और तेज़ पहल की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि भूपेंद्र सवन्नी छत्तीसगढ़ भाजपा में जमीनी अनुभव और प्रबंधन क्षमताओं के लिए पहचाने जाते हैं। उन्हें यह ज़िम्मेदारी उस समय सौंपी गई है जब राज्य सरकार ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और हरित विकास की ओर बढ़ रही है।
बैठक में मौजूद अधिकारियों से उन्होंने सभी लंबित परियोजनाओं की समीक्षा की और भविष्य की रणनीति को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए। इस अवसर पर सीईओ राजेश राणा समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
क्रेड़ा की यह सक्रियता दर्शाती है कि आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ की ऊर्जा नीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
