रायपुर (Khabri Chai): छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर से गर्मा गई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के बाद राज्य में कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं तेज़ हो चुकी हैं। सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार में जल्द ही दो नए चेहरों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। चर्चा है कि तीन बार के मंत्री अमर अग्रवाल और पहली बार दुर्ग से विधायक बने गजेंद्र यादव को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
गजेंद्र यादव, जिनका जुड़ाव आरएसएस पृष्ठभूमि से रहा है, पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं, लेकिन उनका चयन बताता है कि पार्टी नई पीढ़ी और जमीनी कार्यकर्ताओं को मौका देने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। वहीं अमर अग्रवाल को दोबारा कैबिनेट में लाना, उनके अनुभव और संगठन में पकड़ को दर्शाता है।
🧾 निगम-मंडलों और संसदीय सचिवों की घोषणा भी जल्द
राज्य में निगम-मंडलों और आयोगों में नियुक्तियों के बाद अब 10 अप्रैल तक संसदीय सचिवों के नामों की भी घोषणा संभावित है। इस पूरी प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश और प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन रायपुर पहुंचने वाले हैं।
बृजमोहन अग्रवाल के लोकसभा चुनाव में जाने के बाद उनके विभाग अभी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पास हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही विभागों का पुनः वितरण भी किया जाएगा।
🔍 राजनीतिक संकेत और सोशल मीडिया एक्टिविटी
संसदीय सचिवों के नामों को लेकर सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों की बाढ़ भी आ गई है। महासमुंद से विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा की बधाई पोस्ट वायरल हो गई, जिसे बाद में डिलीट भी कर दिया गया। इससे साफ है कि अंदरखाने चर्चाएं अब जमीन पर उतर रही हैं।
छत्तीसगढ़ में संसदीय सचिवों की परंपरा रमन सिंह सरकार में शुरू हुई थी, जिसे लेकर कांग्रेस ने विरोध जताया था। लेकिन बाद में भूपेश बघेल सरकार ने भी इस परंपरा को जारी रखते हुए 13 विधायकों को नियुक्त किया था।
